पुरुषों में होने वाला एक रोग है धात। कई पुरुषों को इस रोग का सामना करना पड़ता हैं। धात रोग की समस्या लड़को में 15 साल की उम्र के बाद ही देखने को मिलती हैं, क्योंकि 15 साल की उम्र के बाद ही उनके लिंग में वीर्य बनना शुरु होता है। धातु रोग पुरुषों की एक ऐसी स्थिति है, जिसमें उनके लिंग से वीर्य अपने आप निकलने लगता है। इस स्थिति को ही धातु रोग कहते हैं। यह रोगी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। धातु रोग में रोगी बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस करने लगता है। धातु रोग लिंग से संबंधित रोग है, इसलिए इस रोग के होने पर पुरुष बहुत जल्दी हताश हो जाते है। लेकिन रोगी को हताश ना होते हुए अपने रोग के बारे में पूर्ण जानकारी लेकर उसका उचित इलाज करना चाहिए। अगर आपको भी धातु रोग है तो आप हमारे सेकसोलोजिट डॉक्टर पाल से मिलें और धात का आयुर्वेदिक उपचार करवाएं।