मासिक धर्म को माहवारी मेंस्टुअल, एमसी, डेट, और पीरियड्स के नाम से जाना जाता है। जब कोई लड़की किशोरावस्था में पहुंचती है तब उसके अंडाश्य इस्ट्रोजन एंव प्रोजेस्ट्रोजन नामक होर्मोन पैदा करने लगते है। इन हार्मोन की वजह से हर महीने में एक बार गर्भाश्य की परत मोटी होने लगती है। जो टूटकर हर महीने रक्त के रुप में योनी द्वार से बारह निकलती है। इसे ही मासिक धर्म कहते है। मासिक धर्म सबको एक उम्र में नहीं होता। लड़कियों को 11 से 13 साल की उम्र के बीच किसी भी समय उनका पहला मासिक धर्म शुरु हो जाता है। मासिक धर्म महीने में एक बार आता है। यह चक्र सामान्य तौर पर 28 से 35 दिनों का होता है। लड़की जब तक गर्भवती ना हो जाए तब तक यह प्रकिया हर महीने होती है। कुछ लड़कियों को महावारी 3 से 5 दिन तक होती है। और कई लड़कियों को यह 2 से 7 दिन तक रहती है। इस दौरान लड़कियों को बहुत ज्यादा दर्द का सामना करना पड़ता है। इन दिनों में लड़कियों में बैचेनी, चिड़चिड़ापन भी देखा जाता है। इसके अलावा लड़कियों को तब और परेशानी का सामना करना पड़ता है, जब उनका मसिक धर्म सही समय पर नहीं आता व अनियमित हो जाता है। मासिक धर्म अनियमित हो जाने से कई रोग हो जाते है। इसलिए मसिक धर्म से संबंधित किसी भी समस्या को नजरअंदाज ना करते हुए डॉक्टर के पास जाकर उचित सलाह लेनी चाहिए।